
भारत- लगभग 2 वर्षों से विश्व कोरोना महामारी के संकट को झेल रहा है। जिससे भारत देश भी अछूता नहीं हैं। विगत समय में देश में कोरोना की दूसरी लहर नें भयानक तबाही मचाई थी।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!केंद्र व राज्य सरकार द्वारा भविष्य में किसी भी भयावह स्थिति से बचने व कोरोना संकट से निपटने के लिए देश भर में लगातर बड़े पैमाने में वैक्सीनेसन किया जा रहा है। साथ ही लोगों में भी अब वैक्सीनेसन को लेकर जागरुकता देखने मिल रही है। वैसे देखा जाए तो भारत वर्ष ने वैक्सीनेसन में अपार सफलता हासिल की है। देश भर में लगभग 96 करोड़ रिकॉर्डेट वैक्सीनेसन किया जा चुका है।
इसी कड़ी में कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों को सुरक्षा प्रदान करने के ऊद्देश्य से भारत के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण ने 2 साल से 18 साल की उम्र के बच्चों एवं किशोरों को आपात स्थिति में Bharat Biotech का Covaxin टीका लगाने की अनुमति दिए जाने की सिफारिश की है।
हैदराबाद स्थित Bharat Biotech ने 2 से 18 साल तक के बच्चों एवं किशोरों में इस्तेमाल के लिए Covid-19 रोधी टीके Vaccine के 2/3 चरण का परीक्षण पूरा कर लिया है। कंपनी ने इसके सत्यापन तथा आपातकालीन उपयोग की मंजूरी (EUS) के लिए इस महीने की शुरुआत में आंकड़े केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) को सौंप दिए थे।
COVID-19 संबंधी विषय विशेषज्ञ समिति (SEC) ने आंकड़ों की समीक्षा की और ईयूए के आवेदन पर सोमवार को विचार-विमर्श किया।
सूत्रों के अनुसार SEC ने अपनी सिफारिशों में कहा, ‘‘समिति ने विस्तार से विचार-विमर्श करने के बाद कुछ शर्तों के साथ आपात स्थितियों में दो साल से 18 साल तक के आयुवर्ग के लिए सीमित इस्तेमाल करने के संबंध में टीके का बाजार में वितरण करने की मंजूरी देने की सिफारिश की है।’’
इन सिफारिशों को अंतिम मंजूरी के लिए भारत के औषधि महानियंत्रक को भेजा गया है।