कविता- "हिन्दी हिन्द की शान" – Yaksh Prashn
Home » कविता- “हिन्दी हिन्द की शान”

कविता- “हिन्दी हिन्द की शान”

Share

हिन्दी हमारी प्यारी भाषा, हिन्दी हमारी शान है

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

हिन्दी से शुरू होती, हमारी सुबह शाम है ।

 

हिन्दी में बातें-बोली होती, आते सब जज्बात है

हिन्दी की तो बात निराली, मधुर सलोनी तान है।

 

कोयल सी मधुर ध्वनि है, सीधी-सादी बहुत सरल है

हम सब के ह्रदय में बसती, गंगा सी निर्मल धार है।

 

गागर में सागर भर देती, कम शब्दों में सब कह देती

अक्षर में भी बड़े अर्थ है, बिंदी भी बड़ी समर्थ है ।

 

हिन्दी हमारे सपनों में है, प्यार खुशी मुस्कान में

लोककथा लोकगीत में, हर सुर हर ताल में।

 

हिन्दी भाषा में झलकती, प्यार स्नेह और सम्मान है

मधुर मनोहर प्यारी बोली, खीचती सबका ध्यान है ।

 

हिन्दी हमारा इतिहास है, अविष्कार विज्ञान है

कला संस्कृति अजब धरोहर, देश का सम्मान है ।

 

श्याम धरे ध्यान हमेशा, यह हिंद की पहचान है

हिन्दी भाषा सीखे बोले, यह हमारा अभिमान है।

कवि / लेखक –
श्याम कुमार कोलारे
सामाजिक कार्यकर्ता
चारगांव प्रहलाद, छिन्दवाड़ा (म.प्र.)
#ShyamKumarKolare