“इंसानियत”
किसी अंजान की निःस्वार्थ मदद करना और उससे कुछ भी न चाहना, इंसानियत होती है । दुःख तकलीफ जिल्म परेशानी देना शैतानो का काम होता है देना हो तो हिम्मत दो जस्बा दो मदद दो, सहायता दो ! इससे इंसानियत दिखती है मर्द औरत को आदेश देता है अधिकारी कर्मचारिओं को मालिक मजदूर को आदेश…
