“किताबों से दोस्ती”
किताबो से दोस्त हुई है जबसे तन्हाई तरसती है हरपल मिलने को मुझसे । ज्ञान की देवी विद्या की मूरत गुरु की दिखे इसमें सूरत सही गलत का पाठ पढ़ाती संस्कारी वो मुझे बनाती l इसमें मिलता ज्ञान भंडार विद्या की है सुन्दर खान ज्ञान विज्ञान इतिहास बताती अपनी मूल पहचान कराती l बहुदुर साहस…
