किसान हमारे अन्नदाता है उनके बारे में अशोभनीय लिखना तो दूर सोचा भी नहीं जा सकता – वैभव
सिवनी- किसान हमारे अन्नदाता है उनके बारे में अशोभनीय लिखना तो दूर सोचा भी नहीं जा सकता । किसानों के नाम पर घटिया राजनीति करने वाले नकली किसान बनकर जो अपनी स्वार्थी पूर्ति के लिये भाजपा विरोधी ताकतो की कठपुतली बने हुये है उनका विरोध पूरे देश में हो रहा है नकली किसान नेताओं और…
