कविता – “झाँसी की महारानी लक्ष्मीबाई”
दुर्गा रूप में जन्मी थी वो झाँसी की महारानी।। आओ तुम्हे बताएं,लक्ष्मीबाई की कहानी।। सन अठ्ठारह सौ अट्ठाइस और दिन था बुधवार।। वाराणसी की पावन धरा पर देवी ने लिया अवतार।। बचपन से ही थी वो वीरता की निशानी।। आओ तुम्हे बताएं,लक्ष्मीबाई की कहानी।। मोरोपन्त थे पिता माता थी भागीरथी बाई। सबकी बहुत लाडली थी…
