सिवनी, 22 अप्रैल 2025– कलेक्टर संस्कृति जैन और उपसंचालक कृषि मोरिस नाथ ने किसानों को सलाह दी है कि फसल कटाई के बाद फसल अवशेष (नरवाई) जलाने से बचें। इससे न केवल पर्यावरण प्रदूषण होता है, बल्कि मृदा स्वास्थ्य और जनजीवन पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!फसल अवशेष जलाने के दुष्प्रभाव
- फसल अवशेष जलाने से वातावरण में हानिकारक गैसें, जैसे कार्बन डाईऑक्साइड, मिथेन और कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है।
- मृदा का तापमान 60-65°C तक पहुंचने से मिट्टी में मौजूद लाभदायक जीवाणु, जैसे- राइजोबियम, एजोटोबैक्टर और एजोस्प्रिलम नष्ट हो जाते हैं। ये सूक्ष्म जीव पौधों को आवश्यक पोषक तत्व उपलब्ध कराते हैं, और इनके नष्ट होने से उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
नरवाई प्रबंधन के लिए उन्नत तकनीक
किसान उन्नत कृषि यंत्र, जैसे- श्रेडर, मल्चर, स्ट्रारिपर, हैप्पी सीडर और सुपर सीडर का उपयोग कर नरवाई प्रबंधन कर सकते हैं।
- स्ट्रारिपर: फसल अवशेषों को भुसे में परिवर्तित कर पशुओं के लिए चारा तैयार करता है।
- हैप्पी सीडर और सुपर सीडर: बिना अवशेष जलाए, सीधे फसल की बुआई की प्रक्रिया में सहायता करते हैं।
इन यंत्रों के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। हैप्पी सीडर और सुपर सीडर खरीदने के लिए किसानों को अपने बैंक खाते से ₹4500 की डिमांड ड्राफ्ट जमा करनी होगी।
जागरूकता अभियान- रथ रवाना
नरवाई प्रबंधन को लेकर किसानों में जागरूकता फैलाने के लिए 21 अप्रैल को कलेक्टर संस्कृति जैन ने हरि झंडी दिखाकर जागरूकता रथ रवाना किया।
यह रथ ग्राम पंचायतों में जाकर किसानों को सूचित करेगा और स्ट्रारिपर का सजीव प्रदर्शन करेगा।
बायो डीकम्पोजर: टिकाऊ समाधान
किसान वेस्ट डीकम्पोजर का उपयोग कर फसल अवशेषों को सड़ा सकते हैं। इफको द्वारा निर्मित बायो डीकम्पोजर, जब सही अनुपात में पानी और गुड़ के साथ मिलाकर स्प्रे किया जाता है, तो यह अवशेषों को ह्यूमस में बदल देता है। इससे मिट्टी के पोषक तत्व बढ़ते हैं, जिससे फसलों की पैदावार में सुधार होता है।
अवशेष जलाने पर जुर्माने का प्रावधान
मध्य प्रदेश शासन पर्यावरण विभाग के निर्देशानुसार, नरवाई जलाने पर जुर्माना लगाया जाएगा:
- 2 एकड़ से कम भूमि पर ₹2500
- 2-5 एकड़ पर ₹5000
- 5 एकड़ से अधिक पर ₹15,000
कलेक्टर कार्यालय ने संबंधित अधिकारियों को जुर्माना लागू करने के निर्देश दिए हैं।