सिवनी (यक्ष-प्रश्न), 23 अप्रैल 2025 – सिवनी कलेक्टर के नरवाई न जलाने के आदेश के बावजूद, सिवनी मेडिकल कॉलेज के पास किसानों द्वारा नरवाई जलाने की घटनाएं सामने आई हैं। यह घटना प्रशासन की सख्ती और दिशा-निर्देशों के पालन पर सवाल खड़े करती है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!कलेक्टर संस्कृति जैन ने हाल ही में किसानों से अपील की थी कि वे फसल अवशेष जलाने से बचें, क्योंकि इससे पर्यावरण प्रदूषण, मृदा स्वास्थ्य और जनजीवन पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। इसके बावजूद, सिवनी मेडिकल कॉलेज के आसपास नरवाई जलाने की घटनाएं प्रशासन के आदेशों की अनदेखी को दर्शाती हैं।
नरवाई जलाने के दुष्प्रभाव
फसल अवशेष जलाने से वातावरण में हानिकारक गैसों, जैसे कार्बन डाईऑक्साइड और मिथेन, की मात्रा बढ़ जाती है। इससे मिट्टी में मौजूद लाभदायक जीवाणु नष्ट हो जाते हैं, जो फसलों की पैदावार को प्रभावित करते हैं।
प्रशासन की कार्रवाई की आवश्यकता
प्रशासन को इस मामले में सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। नरवाई जलाने वाले किसानों पर जुर्माना लगाने और जागरूकता अभियान को और प्रभावी बनाने की जरूरत है।
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि केवल आदेश जारी करना पर्याप्त नहीं है; उनके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए निगरानी और सख्त कार्रवाई भी आवश्यक है।
सिवनी : किसानों से अपील, फसल अवशेष न जलाएं, अपनाएँ उन्नत तकनीक
बरघाट : नरवाई जलाने पर कृषकों को नोटिस जारी