Seoni (Mungwani) :जिस कुल में ध्रुव तथा भक्त प्रहलाद जैसे पुत्र उत्पन्न होते हैं, उनकी 21 पीढ़ियों का उद्धार हो जाता है- पं.दिव्यांशु जी
(श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव मुंगवानी खुर्द चतुर्थ दिवस 7 मई कथा प्रसंग)
Seoni (Mungwani) यक्ष-प्रश्न, 9 मई 2025–
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!- सारांश-
- जिसे अपने गुरु के वचनों पर विश्वास नहीं उसका कल्याण संभव नहीं है ।
- जिस भवन में तीर्थ रूपी साधु संतों के चरण पड़े वह धन्य है।
- भगवान के नाम का स्मरण करने वालों के पास यमदूत नहीं, अपितु देवदूत आते हैं।
- भगवान अपने भक्तों का वचन सिद्ध करने खंबे से भी प्रकट हो जाते हैं।
- संसार में आसक्ति होने पर बार-बार जन्म मरण का दुख सहना पड़ता है।
- सुनीति से प्राप्त फल स्थाई किंतु, स्वरचि से प्राप्त फल नाशवान होता है।
- अंत समय में मनुष्य की जैसी मति होती है, उसे अगले जन्म में वही गति प्राप्त होती है।
उक्ताश्य के प्रेरक उदगार, ग्राम मुंगवानी खुर्द के प्रतिष्ठित तिवारी परिवार द्वारा आयोजित सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव आयोजन के चतुर्थ दिवस पर, कथा व्यास पंडित दिव्यांशु जी महाराज के मुखारविं से नि:सृत हुए।
व्यास पीठ पर विराजित दिव्यांशु जी ने कथा प्रसंग में, ऋषभदेव के पुत्र महा प्रतापी राजा भरत के तीन जन्मो की कथा सुनाते हुए, दक्ष प्रजापति के यज्ञ में भगवान शंकर के अपमान से क्रोधित माता सती द्वारा अग्नि में प्रवेश तथा महादेव के रूद्र गणों द्वारा यज्ञ को खंडित कर, दक्ष प्रजापति का सिरोच्छेदन का वृतांत सुनाया।
आगे के कथा प्रसंग में, ऋषभदेव के पुत्र महा प्रतापी राजा भरत के तीन जनों की कथा सुनाते हुए कहा कि अंत समय में मनुष्य की जैसी मति होती है, उसको अगले जन्म में वही गति प्राप्त होती है।
आप श्री ने ध्रुव चरित का वृतांत विस्तार से सुनाते हुए कहा कि सौतेली माता सुरुचि द्वारा किये गए अपमान से दुखी ध्रुव ने, नारद जी का उपदेश सुन कर कठोर तपस्या की, तो फल स्वरूप उसे ध्रुव-लोक पर 36000 वर्ष तक राज्य करने का वरदान प्राप्त हुआ।
दिव्यांशु जी ने, ध्रुव वंश के प्रजा पालक राजा पृथु का वृतांत के पश्चात नारद उपदेश पुरंजनोपाख्य का वृत्तांत सुनाया।
नारद जी के इस परोक्ष उपदेश का सार यह है कि, परमात्मा से दूर होने पर जीव संसार के मोहजाल में उलझ जाता है! परमात्मा का साक्षात्कार होने पर ही जीव को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
भागवत के पंचम स्कंध कथा को विस्तार देते हुए विभिन्न प्रकार के नरक लोक का वर्णन करते हुए, भागवत के छठवें स्कंध की कथा में अजामिल ब्राह्मण कथा का सार बताते हुए आप श्री ने कहा कि, जो भगवान के प्रिय होते हैं, वे भगवान को ही प्राप्त होते हैं।
भागवत के सातवें स्कंध में वर्णित भक्त प्रहलाद की कथा विस्तार से सुनाते हुए आपश्री ने कहा – जिसकी रक्षा भगवान स्वयं करें, उसे भला कौन मार सकता है। प्रेम से पुकारने पर भगवान प्रकट हो जाते हैं। भक्त प्रहलाद की रक्षा करने के लिए भगवान विष्णु ने नरसिंह अवतार लिया था।
भगवान अपने भक्तों के वचन को सत्य सिध्द करने, प्रकट हो जाते हैं। दिव्यांशु जी ने कहा कि भक्त प्रहलाद जैसे पुत्र की उत्पत्ति होने पर कुल की 21 पीढ़ियों का उद्धार हो जाता है।
आगे के कथा प्रसंग में गज ग्राह मोक्ष, हरि अवतार, मोहिनी अवतार, बामनअवतार की कथा सुनाते हुए संक्षेप में, सूर्यवंश के रघुवंश में रामावतार कथा का स्मरण कराया।
कथा व्यास दिव्यांशु जी महाराज ने यदुवंश की कथा गोकुल में श्रीकृष्ण जन्म उत्सव का सजीव चित्रण करते हुए श्रोताओं में दिव्यआनंद रस की बौछार किया।

मुंगवानी (Mungwani) खुर्द में आयोजित इस दिव्य और भव्य श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव के पांचवें दिन कथा रसिक श्रोता नर नारियों से खचाखच और ठसा ठस भरे कथा पंडाल में सैकड़ो नर- नारियों के साथ ही जिला ब्राह्मण समाज सिवनी महिला शाखा अध्यक्ष-सर्व श्रीमती अरविंदजा दुबे, महिला शाखा की दायित्ववान पदाधिकारी श्रीमती गीता अवस्थी, श्रीमती दुर्गेश्वरी शर्मा. श्रीमती नीतू दुबे, श्रीमती ज्योति अवस्थी, जयश्री पांडे, श्रीमती राजेश्वरी दुबे, वरिष्ठ मातृशक्ति श्रीमती संगीता उपाध्याय, श्रीमती रागिनी तिवारी, कथा आयोजिका- श्रीमती सविता/ पत्नी स्वर्गीय वेदप्रकाश तिवारी, यजमान श्रीमती अंजलि तिवारी, श्रीमती आशा अवस्थी, गुरु परिवार की वरिष्ठ शिष्या आशा देवी सनोडिया, सहसकुमारी उपाध्याय, रजनी तिवारी ,संध्या पाठक, गणमान्य सुधी श्रोताओं में भाजपा के वरिष्ठ नेता लोकतंत्र सेनानी पं. राजेश उपाध्याय, पं.शारदा दुबे , पं.मदन दुबे, पं.गोविंद भार्गव, सनतकुमार तिवारी, सीताराम तिवारी, दिलीप पाठक, नौबदराम तिवारी, राधाकिशन तिवारी, इंजीनियर दीनदयाल उपाध्याय ढूंढा सिवनी, ख्याति लब्ध देवी भजन गायक जयदीप दुबे, राजकुमार पटेल भाटीवाडा, पूनाराम पटेल, शिवम ठाकुर, सत्येंद्र ठाकुर पलारी, संदीप तिवारी हथनापुर अरुण दुबे, इंजीनियर सत्य प्रकाश पाठक, वैभव भार्गव, गुरुधाम दिघौरी रत्नेश्वर महादेव मंदिर समिति पदाधिकारी अनुराग त्रिपाठी, सतीश तिवारी, लेखराम मिश्रा, सनत कुमार दुबे, नरेंद्र तिवारी, जितेंद्र दुबे, मनोज उपाध्याय, ददुआ पटेल बाधी, रमेश सनोडिया मास्साब सिमरिया, मुगवानी क्षेत्र में आसपास के ग्रामवासी रामचरन सनोडिया, नेमी पटेल, बलराम पटेल, भीकम पटेल मंगवानी खुर्द, कन्हैया पटेल, रामदयाल सनोडिया, शिवकुमार सनो, सुरेंद्र सनोडिया, गनेश सनोडिया मंगवानी खुर्द, संतोष पटेल, मंगवानी खुर्द ग्राम पंचायत के प्रथम नागरिक सरपंच पंडित अंबिका तिवारी ,श्याम दुबे ,पं.अवशेष मिश्रा,पं. पारस मिश्रा,मनीष उपाध्याय ,रघ्घू साहू ,आदि की उपस्थिति विषेश रूप से उल्लेखनीय रही।
आगामी 11 मई तक आयोजित ,इस दिव्य भागवत कथा महोत्सव में आप सभी श्रद्धालु जन सपरिवार पुण्य लाभ अर्जित करने सादर आमंत्रित हैं।
संकलन- पंं. ओमप्रकाश तिवारी (पूर्व अध्यक्ष) जिला ब्राह्मण समाज सिवनी (Seoni)
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