कविता- सच्चा दोस्त – Yaksh Prashn – Shyam Kumar Kolare
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कविता- सच्चा दोस्त

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हर सुबह के बाद एक अच्छी शाम होना चाहिए, 

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जीवन में अपना एक सच्चा दोस्त होना चाहिए,

दोस्त के संग  भावना की  सौगात होना चाहिए,

जीवन में अपना एक सच्चा दोस्त होना चाहिए।

मस्ती की बारिश में खुशियों के छीटे होना चाहिए,

दोस्ती की रिमझिम बारिश में भी भीगना चाहिए,

जीवन में नई उमंग दोस्तो से  सजा होना चाहिए,

जीवन में अपना एक सच्चा दोस्त होना चाहिए।

सुख-दुख का सच्चा साथी हर समय मददगार,

मन की बातें ये समझ लेता जुड़ा हुआ जज्बात,

दोस्त  मन के तारो से  सदा जुड़ा होना चाहिए,

जीवन में अपना एक सच्चा दोस्त होना चाहिए।

मोटी-मोटी पुस्तक पढ़े या पढ़े कोई अच्छा ग्रंथ,

ज्ञान दोस्ती का भी एक गीता ज्ञान होना चाहिए,

आईना सा साफ सच्ची तस्वीर दिखाना चाहिए,

जीवन में अपना एक सच्चा दोस्त होना चाहिए।

दोस्त संग खेल ठिटोली, होटो पे मंद मुस्कान,

मन मे दोस्ती का एक जज़्बात होना चाहिए ,

दोस्त के संग एक सच्ची तस्वीर होना चाहिए,

जीवन मे अपना एक सच्चा दोस्त होना चाहिए।

कवि / लेखक –
श्याम कुमार कोलारे
सामाजिक कार्यकर्ता
चारगांव प्रहलाद, छिन्दवाड़ा (म.प्र.)
#ShyamKumarKolare